अब आपदाएँ अक्सर हो रही हैं। प्रभु के लौटने के संकेत प्रकट हुए हैं। बहुत से लोगो ने एहसास किया हैं कि प्रभु को वापस लौट आना चाहिए, लेकिन वे नहीं जानते कि उसका स्वागत कैसे किया जाए। इसलिए हमने इन भविष्यवाणियों को इस प्रकार छांटा हैं: यीशु के दूसरे आने के संकेत, कब और कैसे यीशु लौटते हैं, मसीह अपनी वापसी पर क्या करेगा, इत्यादि। यह आपको मसीह की वापसी की भविष्यवाणियों को बेहतर ढंग से समझने और नई रोशनी हासिल करने में मदद कर सकते हैं ताकि आप जल्द ही यीशु मसीह की वापसी का स्वागत कर सकें।
1.यीशु के द्वितीय आगमन के चह्न
A.आध्यात्मिक सूखा
आमोस 4:6-8
"'मैं ने तो तुम्हारे सब नगरों में दाँत की सफाई करा दी, और तुम्हारे सब स्थानों में रोटी की घटी की है, तौभी तुम मेरी ओर फिरकर न आए,' यहोवा की यही वाणी है। 'जब कटनी के तीन महीने रह गए, तब मैं ने तुम्हारे लिये वर्षा न की; मैं ने एक नगर में जल बरसाकर दूसरे में न बरसाया; एक खेत में जल बरसा, और दूसरा खेत जिस में न बरसा, वह सूख गया। इसलिये दो तीन नगरों के लोग पानी पीने को मारे मारे फिरते हुए एक ही नगर में आए, परन्तु तृप्त न हुए; तौभी तुम मेरी ओर न फिरे,' यहोवा की यही वाणी है"।
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B.भूकम्प, सूखा, युद्ध का होना
मत्ती 24:6-8
"तुम लड़ाइयों और लड़ाइयों की चर्चा सुनोगे, तो घबरा न जाना क्योंकि इन का होना अवश्य है, परन्तु उस समय अन्त न होगा। क्योंकि जाति पर जाति, और राज्य पर राज्य चढ़ाई करेगा, और जगह जगह अकाल पड़ेंगे, और भूकम्प होंगे। ये सब बातें पीड़ाओं का आरम्भ होंगी"।
C.इस्राएल का पुनर्स्थापन
लूका 21:29-32
"उसने उनसे एक दृष्टान्त भी कहा: 'अंजीर के पेड़ और सब पेड़ों को देखो। ज्योंही उनमें कोंपलें निकलती हैं, तो तुम देखकर आप ही जान लेते हो कि ग्रीष्मकाल निकट है। इसी रीति से जब तुम ये बातें होते देखो, तब जान लो कि परमेश्वर का राज्य निकट है। मैं तुम से सच कहता हूँ कि जब तक ये सब बातें न हो लें, तब तक इस पीढ़ी का कदापि अन्त न होगा'"।
D.तारों में प्रकट हुए दर्शन
प्रकाशितवाक्य 6:12
"जब उसने छठवीं मुहर खोली, तो मैं ने देखा कि एक बड़ा भूकम्प हुआ, और सूर्य कम्बल के समान काला और पूरा चंद्रमा लहू के समान हो गया"।
चार रक्त चंद्रमा
E.सुसमाचार पृथ्वी के कोने तक फैलता है
मत्ती 24:14
"और राज्य का यह सुसमाचार सारे जगत में प्रचार किया जाएगा, कि सब जातियों पर गवाही हो, तब अन्त आ जाएगा"।
F.झूठे मसीहाओं और मसीह विरोधियों का दिखना
मत्ती 24:4-5
"यीशु ने उनको उत्तर दिया, सावधान रहो! कोई तुम्हें न भरमाने पाए, क्योंकि बहुत से ऐसे होंगे जो मेरे नाम से आकर कहेंगे, 'मैं मसीह हूँ', और बहुतों को भरमाएँगे"।
Hindi Christian Video "वे कौन हैं जो वापस आए हैं" क्लिप 1 – सच्चे मसीह और झूठे मसीहों में अंतर कैसे करें 1
मत्ती 24:23-25
"उस समय यदि कोई तुम से कहे, 'देखो, मसीह यहाँ है!' या 'वहाँ है!' तो विश्वास न करना। क्योंकि झूठे मसीह और झूठे भविष्यद्वक्ता उठ खड़े होंगे, और बड़े चिह्न, और अद्भुत काम दिखाएँगे कि यदि हो सके तो चुने हुओं को भी भरमा दें। देखो, मैं ने पहले से तुम से यह सब कुछ कह दिया है"
मत्ती 24:48-49
"परन्तु यदि वह दुष्ट दास सोचने लगे कि मेरे स्वामी के आने में देर है, और अपने साथी दासों को पीटने लगे, और पियक्कड़ों के साथ खाए-पीए"।
2 यूहन्ना 1:7)
"क्योंकि बहुत से ऐसे भरमानेवाले जगत में निकल आए हैं, जो यह नहीं मानते कि यीशु मसीह शरीर में होकर आया; भरमानेवाला और मसीह-विरोधी यही है"।
1 यूहन्ना 4:3
"और जो आत्मा यीशु को नहीं मानती, वह परमेश्वर की ओर से नहीं; और वही तो मसीह के विरोधी की आत्मा है, जिसकी चर्चा तुम सुन चुके हो कि वह आनेवाला है, और अब भी जगत में है"।
2.यीशु कब वापस आयेंगे
लूका 12:40
"तुम भी तैयार रहो; क्योंकि जिस घड़ी तुम सोचते भी नहीं, उसी घड़ी मनुष्य का पुत्र आ जाएगा"।
मरकुस 13:32-33
"उस दिन या उस घड़ी के विषय में कोई नहीं जानता, न स्वर्ग के दूत और न पुत्र; परन्तु केवल पिता। देखो, जागते और प्रार्थना करते रहो; क्योंकि तुम नहीं जानते कि वह समय कब आएगा"।
मत्ती 25:13
"इसलिये जागते रहो, क्योंकि तुम न उस दिन को जानते हो, न उस घड़ी को"।
मत्ती 25:6
"आधी रात को धूम मची: 'देखो, दूल्हा आ रहा है! उससे भेंट करने के लिये चलो'"।
3.यीशु मसीह किस प्रकार वापस आयेंगे
प्रकाशितवाक्य 3:3
"इसलिये स्मरण कर कि तू ने कैसी शिक्षा प्राप्त की और सुनी थी, और उसमें बना रह और मन फिरा। यदि तू जागृत न रहेगा तो मैं चोर के समान आ जाऊँगा, और तू कदापि न जान सकेगा कि मैं किस घड़ी तुझ पर आ पड़ूँगा"।
प्रकाशितवाक्य 16:15
"देख, मैं चोर के समान आता हूँ; धन्य वह है जो जागता रहता है, और अपने वस्त्र की चौकसी करता है कि नंगा न फिरे, और लोग उसका नंगापन न देखें"।
लूका 17:24-25
"क्योंकि जैसे बिजली आकाश के एक छोर से कौंध कर आकाश के दूसरे छोर तक चमकती है, वैसे ही मनुष्य का पुत्र भी अपने दिन में प्रगट होगा। परन्तु पहले अवश्य है कि वह बहुत दु:ख उठाए, और इस युग के लोग उसे तुच्छ ठहराएँ"।
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मत्ती 24:30
"तब मनुष्य के पुत्र का चिह्न आकाश में दिखाई देगा, और तब पृथ्वी के सब कुलों के लोग छाती पीटेंगे; और मनुष्य के पुत्र को बड़ी सामर्थ्य और ऐश्वर्य के साथ आकाश के बादलों पर आते देखेंगे"।
मत्ती 26:64
"यीशु ने उससे कहा, 'तू ने आप ही कह दिया; वरन् मैं तुम से यह भी कहता हूँ कि अब से तुम मनुष्य के पुत्र को सर्वशक्तिमान के दाहिनी ओर बैठे, और आकाश के बादलों पर आते देखोगे'"।
मरकुस 13:26
"तब लोग मनुष्य के पुत्र को बड़ी सामर्थ्य और महिमा के साथ बादलों में आते देखेंगे"।
प्रकाशितवाक्य 1:7
"देखो, वह बादलों के साथ आनेवाला है, और हर एक आँख उसे देखेगी, वरन् जिन्होंने उसे बेधा था वे भी उसे देखेंगे, और पृथ्वी के सारे कुल उसके कारण छाती पीटेंगे। हाँ। आमीन"।
4.अपनी वापसी पर यीशु कौन सा कार्य करेंगे
1 पतरस 4:17
"क्योंकि वह समय आ पहुँचा है कि पहले परमेश्वर के लोगों का न्याय किया जाए"।
भजन संहिता 75:2
"जब ठीक समय आएगा तब मैं आप ही ठीक ठीक न्याय करूँगा"।
यूहन्ना 5:22
"पिता किसी का न्याय नहीं करता, परन्तु न्याय करने का सब काम पुत्र को सौंप दिया है"।
यूहन्ना 5:27
"वरन् उसे न्याय करने का भी अधिकार दिया है, इसलिये कि वह मनुष्य का पुत्र है"।
भजन संहिता 67:4
"राज्य राज्य के लोग आनन्द करें, और जयजयकार करें, क्योंकि तू देश देश के लोगों का न्याय धर्म से करेगा, और पृथ्वी के राज्य राज्य के लोगों की अगुवाई करेगा"।
यशायाह 26:9
"रात के समय मैं जी से तेरी लालसा करता हूँ, मेरा सम्पूर्ण मन यत्न के साथ तुझे ढूँढ़ता है। क्योंकि जब तेरे न्याय के काम पृथ्वी पर प्रगट होते हैं, तब जगत के रहनेवाले धर्म को सीखते हैं"।
प्रकाशितवाक्य 14:7
"उसने बड़े शब्द से कहा, 'परमेश्वर से डरो, और उसकी महिमा करो, क्योंकि उसके न्याय करने का समय आ पहुँचा है; और उसका भजन करो, जिसने स्वर्ग और पृथ्वी और समुद्र और जल के सोते बनाए"।
प्रकाशितवाक्य 20:12
"फिर मैं ने छोटे बड़े सब मरे हुओं को सिंहासन के सामने खड़े हुए देखा, और पुस्तकें खोली गईं; और फिर एक और पुस्तक खोली गई, अर्थात् जीवन की पुस्तक; और जैसा उन पुस्तकों में लिखा हुआ था, वैसे ही उनके कामों के अनुसार मरे हुओं का न्याय किया गया"।
प्रकाशितवाक्य 11:18
"जातियों ने क्रोध किया, पर तेरा प्रकोप आ पड़ा, और वह समय आ पहुँचा है कि मरे हुओं का न्याय किया जाए, और तेरे दास भविष्यद्वक्ताओं और पवित्र लोगों को और उन छोटे बड़ों को जो तेरे नाम से डरते हैं बदला दिया जाए, और पृथ्वी के बिगाड़नेवाले नष्ट किए जाएँ"।
यशायाह 2:2-4
"अन्त के दिनों में ऐसा होगा कि यहोवा के भवन का पर्वत सब पहाड़ों पर दृढ़ किया जाएगा, और सब पहाड़ियों से अधिक ऊँचा किया जाएगा; और हर जाति के लोग धारा के समान उसकी ओर चलेंगे। बहुत से देशों के लोग आएँगे, और आपस में कहेंगे: 'आओ, हम यहोवा के पर्वत पर चढ़कर, याकूब के परमेश्वर के भवन में जाएँ; तब वह हमको अपने मार्ग सिखाएगा, और हम उसके पथों पर चलेंगे।' क्योंकि यहोवा की व्यवस्था सिय्योन से, और उसका वचन यरूशलेम से निकलेगा। वह जाति जाति का न्याय करेगा, और देश देश के लोगों के झगड़ों को मिटाएगा; और वे अपनी तलवारें पीटकर हल के फाल और अपने भालों को हँसिया बनाएँगे; तब एक जाति दूसरी जाति के विरुद्ध फिर तलवार न चलाएगी, न लोग भविष्य में युद्ध की विद्या सीखेंगे"।
यूहन्ना 16:12-13
"मुझे तुम से और भी बहुत सी बातें कहनी हैं, परन्तु अभी तुम उन्हें सह नहीं सकते। परन्तु जब वह अर्थात् सत्य का आत्मा आएगा, तो तुम्हें सब सत्य का मार्ग बताएगा, क्योंकि वह अपनी ओर से न कहेगा परन्तु जो कुछ सुनेगा वही कहेगा, और आनेवाली बातें तुम्हें बताएगा"।
यूहन्ना 12:47-48
"यदि कोई मेरी बातें सुनकर न माने, तो मैं उसे दोषी नहीं ठहराता; क्योंकि मैं जगत को दोषी ठहराने के लिये नहीं, परन्तु जगत का उद्धार करने के लिये आया हूँ। जो मुझे तुच्छ जानता है और मेरी बातें ग्रहण नहीं करता है उसको दोषी ठहरानेवाला तो एक है: अर्थात् जो वचन मैं ने कहा है, वही पिछले दिन में उसे दोषी ठहराएगा"।
5.मसीह के द्वितीय आगमन की प्रतीक्षा करना
मत्ती 25:6
"आधी रात को धूम मची: 'देखो, दूल्हा आ रहा है! उससे भेंट करने के लिये चलो"।
मत्ती 25:13
"इसलिये जागते रहो, क्योंकि तुम न उस दिन को जानते हो, न उस घड़ी को"।
यूहन्ना 10:27
"मेरी भेड़ें मेरा शब्द सुनती हैं; मैं उन्हें जानता हूँ, और वे मेरे पीछे पीछे चलती हैं"।
आपके लिए अनुशंसित:
प्रकाशितवाक्य 2:29
"जिसके कान हों वह सुन ले कि आत्मा कलीसियाओं से क्या कहता है"।
प्रकाशितवाक्य 3:20
"देख, मैं द्वार पर खड़ा हुआ खटखटाता हूँ; यदि कोई मेरा शब्द सुनकर द्वार खोलेगा, तो मैं उसके पास भीतर आकर उसके साथ भोजन करूँगा और वह मेरे साथ"।
स्रोत: यीशु मसीह का अनुसरण करते हुए
यीशु की भविष्यवाणी: ये संकेत बताते हैं कि प्रभु आ चुके हैं। उसका स्वागत करने का तरीका जानने के लिए पढ़ें।
हम अब यह समझ गये हैं कि प्रभु यीशु की वापसी से संबंधित सभी भविष्यवाणियाँ पूरी हो चुकी हैं। तो हमें प्रभु की वापसी का स्वागत कैसे करना चाहिए? हम प्रभु वापस आ गए हैं, इस सुसमाचार पृष्ठ की सलाह देते हैं, ताकि हम सत्य के इस पहलू की जाँच और तलाश जारी रखें। यदि इस लेख के बारे में आपके पास अन्य कोई प्रकाश, प्रबुद्धता या परेशानी है तो कृपया हमारे लिए संदेश छोड़ें या हमारे वेबपेज के लाइव चैट के माध्यम से हमारे साथ संवाद करें।
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