सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कथन "तीन चेतावनियाँ" | The Warning of God to Man (Hindi)

    सर्वशक्तिमान परमेश्वर कहते हैं, "परमेश्वर में विश्वासी के रूप में, तुम लोगों को सभी बातों में परमेश्वर के अलावा और किसी के प्रति वफादार नहीं होना चाहिए और सभी बातों में उसकी इच्छा के अनुरूप होने में समर्थ होना चाहिए। तथापि, यद्यपि हर कोई इस सिद्धांत को समझता है, फिर भी ये सच्चाइयाँ जो अत्यधिक स्पष्ट और बुनियादी हैं, जहाँ तक मनुष्य का संबंध है, उसकी अज्ञानता, बेहूदगी, और भ्रष्टता जैसी नानाविध मनोव्यथाओं के कारण उसमें पूरी तरह से नहीं देखी जा सकती है। इसलिए, तुम लोगों का अंत निर्धारित करने से पहले, मुझे सबसे पहले तुम लोगों को कुछ चीज़ें बतानी चाहिए, जो तुम लोगों के लिए अत्यधिक महत्व की हैं। इससे पहले कि मैं आरंभ करूँ, तुम लोगों को पहले इसे समझना चाहिएः जिन वचनों को मैं कहता हूँ वे समस्त मानवजाति पर निर्देशित सच्चाईयाँ हैं, और केवल किसी विशिष्ट व्यक्ति या विशिष्ट प्रकार के व्यक्ति को संबोधित नहीं की जाती हैं। इसलिए, तुम लोगों को मेरे वचनों को सत्य के दृष्टिकोण से प्राप्त करने पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए, और साथ ही अखण्डित एकाग्रता और ईमानदारी की प्रवृत्ति बनाए रखनी चाहिए। किसी एक भी वचन या सत्य की उपेक्षा मत करो जो मैं कहता हूँ, और मेरे सभी वचनों का तिरस्कार मत करो। मैं तुम लोगों के जीवन में बहुत कुछ देखता हूँ जो तुम लोग करते हो जो सत्य के लिए अप्रासंगिक है, और इसलिए मैं तुम लोगों से सत्य के सेवक बनने और दुष्टता और कुरूपता द्वारा दास न बनाए जाने के लिए स्पष्ट रूप से कह रहा हूँ। सत्य को मत कुचलो और परमेश्वर के घर के किसी भी कोने को दूषित मत करो। तुम लोगों के लिए यह मेरी चेतावनी है।"

    परमेश्वर का वचन खण्ड, आपके साथ परमेश्वर के नवीनतम कथनों को साझा करता है और परमेश्वर को बेहतर तरीके से जानने में ईसाइयों की मदद करता हैI 

प्रभु यीशु का स्वागत करें

प्रभु यीशु ने कहा, “आधी रात को धूम मची : ‘देखो, दूल्हा आ रहा है! उससे भेंट करने के लिये चलो।’ (मत्ती 25:6) प्रकाशितवाक्य की भविष्यवाणी, “देख, मैं द्वार पर खड़ा हुआ खटखटाता हूँ; यदि कोई मेरा शब्द सुनकर

0コメント

  • 1000 / 1000