मैंने अक्सर अपनी माँ को यह कहते सुना था कि सिंहपर्णी मानव शरीर के लिए अच्छा है, लेकिन मेरे लिए यह हमेशा एक सामान्य सा पौधा था। बाद में, संयोग से, मुझे सिंहपर्णी के बारे में पूरी तरह से नई समझ हासिल हुई।
मेरे पड़ोसी में एक चीनी दंपति रहते हैं जिन्हें मैं बड़ा भाई और बड़ी बहन कहती हूँ। एक बार, बड़ी बहन ने मुझे अपने घर पर रात के खाने के लिए आमंत्रित किया, और जैसे ही मैंने उनके एक व्यंजन का पहला निवाला खाया, मैंने उनसे जिज्ञासा से भरकर पूछा, "यह क्या है? मैंने इसे पहले कभी नहीं खाया।" उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, "यह सिंहपर्णी है। तुमने कभी सिंहपर्णी नहीं खाया?" मैं आश्चर्यचकित होकर जवाब दिया, "क्या सिंहपर्णी एक जंगली घास नहीं है?" उन्होंने कहा, "सिंहपर्णी कोई ऐसा वैसा पौधा नहीं, बल्कि यह एक जड़ी बूटी है जो अंदर की गर्मी को साफ करता है। यह भीतर के विषैले पदार्थों का हरण भी करता है। यह तुम्हारे शरीर के लिए बहुत अच्छा है।" उनके ऐसा कहने पर मैं एक और निवाला लिए बिना रह पाई। भले ही यह थोड़ा कड़वा था, लेकिन इसमें अच्छी खुशबू और स्वाद भी था। तब मुझे महसूस हुआ कि सिंहपर्णी को सब्जी के रूप में खाया जा सकता है।
ड़े भाई एक स्विस रेस्तरां में काम किया करते थे, और उन्होंने मुझसे कहा, "सिंहपर्णी के व्यंजन रेस्तरां में इस समय बहुत लोकप्रिय हैं। बहुत से लोग उन्हें पसंद करते हैं।" मुझे उम्मीद नहीं थी कि सिंहपर्णी इतना लोकप्रिय होगा। बड़ी बहन ने कहा, "सिंहपर्णी को न केवल सब्जी के रूप में खाया जा सकता है, बल्कि इसे सुखाकर भंडारित भी किया जा सकता है। इसकी जड़ों का उपयोग एक प्रकार का सूप बनाने के लिए किया जा सकता है, और इसे अक्सर खाने से शरीर की प्रतिरक्षा में सुधार हो सकता है। सिंहपर्णी फूलों का सूप झाइयों को दूर कर सकता है और सुंदरता में निखार ला सकता है।" मैंने जितना अधिक सुना, उतना ही मैं चकित होती गयी। यह छोटा पौधा तो पूरा का पूरा खजाना निकला!
बाद में, मैं सिंहपर्णी के प्रभावों के बारे में और जानने के लिए मैंने इंटरनेट पर खोज की, जहाँ मुझे पता चला कि सिंहपर्णी में मानव शरीर के लिए कई पोषक तत्व होते हैं, जिनमें स्किमिओल, डंडेलियन अल्कोहल, कोलीन, कार्बनिक अम्ल और इनुलिन शामिल हैं, साथ ही बड़ी संख्या में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, और सूक्ष्मतत्व और विटामिन भी हैं जो अच्छे स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हैं। सिंहपर्णी का उपयोग, केवल दैनिक भोजन के रूप में ही नहीं है, इसका बहुत अच्छा औषधीय मूल्य भी है। यह विभिन्न प्रकार की बीमारियों का इलाज कर सकता है, यह अतिरिक्त गर्मी को दूर करता है और विषैले पदार्थों को दूर करता है, त्वचा और रंग को संवारता है, कार्बनकल को समाप्त करता है और स्टैसिस को नष्ट करता है, ट्यूमर को रोकता है और उसका उपचार करता है, और इसमें जीवाणुरोधी गुण भी होते हैं। ऑनलाइन सिंहपर्णी के बारे में इतनी सारी जानकारी पढ़ने के बाद, मुझे एहसास हुआ कि मैंने इसे बहुत ही कम करके आंका था। मुझे इस बात का अंदाज़ा ही नहीं था कि इस नन्हे से सिंहपर्णी का इतना बड़ा महत्व होगा!
बाद में, मैंने कुछ सिंहपर्णी चुने और उससे चाय बनाई। थोड़ी ही देर में मेरे मसूड़े में अक्सर रहने वाला सूजन और दर्द गायब हो गया। एक बार, मुझे एक प्रकार के कीड़े ने काट लिया, और लाल चकत्ते पड़ गये। केवल सूजन ही नहीं बल्कि मुट्ठी बनाने से मेरे जोड़ों में बहुत दर्द होता था। मेरे दोस्त ने सुझाव दिया कि सिंहपर्णी और बाजरे की चाय पीने से कीटाणुशोधन और सूजन में मदद मिल सकती है। इसे पीने के कुछ दिनों के बाद, मेरे हाथों का दर्द वास्तव में बंद हो गया और लाल चकत्ते भी गायब हो गए।
मैं हैरान हुए बिना रह पाई: परमेश्वर की सृष्टि में चीज़ें बहुत ही अद्भुत हैं। यहाँ तक कि एक नन्हे से, ध्यान के अयोग्य खरपतवार की भी अपनी भूमिका और महत्व है। जैसा की परमेश्वर के वचन कहते हैं: "सभी चीज़ों में, चाहे वह पशु और पौधे हों, या सब प्रकार की घास हो, परमेश्वर ने कुछ पौधों को भी बनाया है जो मानव शरीर की क्षति या बीमारी का समाधान करने के लिए आवश्यक हैं। उदाहरण के लिए, यदि तुम जल जाते हो तो तुम क्या करते हो? क्या तुम इसे पानी से धो सकते हो? क्या तुम बस कहीं से कपड़े का एक टुकड़ा पा सकते हो और इसे लपेट सकते हो? हो सकता है कि उस तरह से यह मवाद से भर जाए या संक्रमित हो जाए। उदाहरण के लिए, यदि तुम दुर्घटनावश आग की लपट या गर्म पानी से झुलस जाते हो, तो तुम क्या करते हो? क्या तुम उस पर पानी बहा सकते हो? उदाहरण के लिए, यदि तुम्हें बुखार हो जाता है, सर्दी लग जाती है, किसी शारीरिक काम से कोई चोट लग जाती है, ग़लत चीज़ खाने से पेट की कोई बीमारी हो जाती है, या रहने की आदतों या भावनात्मक मामलों के कारण कुछ बीमारियाँ पनप जाती हैं, जैसे कि वाहिका सम्बन्धी बीमारियाँ, मनोवैज्ञानिक स्थितियाँ या अन्दरूनी अंगों की बीमारियाँ—इन सब का उपचार करने के लिए उनके अनुरूप कुछ पौधे हैं। ऐसे पौधे हैं जो रूकावट को दूर कर रक्त के संचार को सुधारते हैं, दर्द को दूर करते हैं, रक्तस्राव को रोकते हैं, संज्ञाहीनता (एनेस्थेसिया) प्रदान करते हैं, सामान्य त्वचा पुनः-प्राप्त करने में लोगों की सहायता करते हैं, शरीर में रक्त की गतिहीनता को दूर करते हैं, और शरीर के विषों को निकालते हैं। संक्षेप में, इन सभी को दैनिक जीवन में उपयोग किया जा सकता है। वे लोगों के लिए उपयोगी हैं और उन्हें परमेश्वर के द्वारा मानव शरीर हेतु आवश्यकता होने की स्थिति में बनाया गया है। इनमें से कुछ को मनुष्य के द्वारा अनजाने में खोज लिए जाने की परमेश्वर के द्वारा अनुमति दी गयी है, जबकि अन्य को किसी विशेष घटना या परमेश्वर के द्वारा तैयार किए गए कुछ लोगों के द्वारा खोजा गया था। उनकी खोज के बाद, मनुष्यजाति उन्हें आनेवाली पीढ़ियों को सोंपेगी, और बहुत से लोग उनके बारे में जानेंगे। इस तरह, इन पौधों के परमेश्वर के सृजन का मूल्य और अर्थ है। संक्षेप में, ये सभी चीज़ें परमेश्वर की ओर से हैं और इन्हें उस समय तैयार किया गया और रोपा गया था जब उसने मनुष्यजाति के लिए एक रहने का पर्यावरण बनाया था। ये सभी चीज़ें अत्यंत आवश्यक हैं।"
परमेश्वर के वचन से, मैंने उनकी बुद्धि और अधिकार को देखा। जब परमेश्वर ने मनुष्य को बनाया, तो उन्होंने हमारे अस्तित्व के लिए उपयुक्त वातावरण तैयार किया। हमारे दैनिक आहार, और यहाँ तक कि विभिन्न औषधीय पौधों की जिनकी हमें ज़रूरत है, वे यहाँ हमारे लिए तैयार थे। जब हम बीमार होते हैं, तो अपने दर्द को दूर करने, विभिन्न बीमारियों को इलाज करने, अपने स्वास्थ्य को बनाए रखने और सामान्य रूप से जीने के लिए संबंधित पौधों की मदद को पा सकते हैं। ठीक इस छोटे से सिंहपर्णी की तरह, जिसे न केवल खाया जा सकता है, बल्कि इसका औषधीय महत्व भी है। मेरे सूजे, दर्दनाक मसूड़े और मेरी सूजी, लाल त्वचा की जलन सिंहपर्णी की चाय पीने से ठीक हो गये। इससे हमें पता चलता है कि इस अगोचर पौधे में अपूरणीय मूल्य और उपयोग हैं।
इसने मानवजाति के लिए परमेश्वर के प्रेम को और भी स्पष्ट कर दिया। जैसा कि परमेश्वर के वचन कहते हैं: "परमेश्वर मानवजाति से प्रेम करता है, मानवजाति की देखभाल करता है, मानवजाति के लिए चिन्ता दिखाता है … अपने स्वयं के तरीके से और अपने स्वयं के सार और जो वह है उसके माध्यम से, वह बस खामोशी से एवं चुपचाप मानवजाति के लिए प्रदान करता है।" जिस हवा से हम हर दिन सांस लेते हैं, सूरज और बारिश, और जिन सभी दवाओं का उपयोग हम सभी प्रकार की बीमारियों और दर्द को ठीक करने के लिए करते हैं, वह सब परमेश्वर से आते हैं। परमेश्वर ने हमेशा मानवजाति की परवाह की है, इसलिए वे उन चीजों को प्रदान करते हैं जिनकी हमें आवश्यकता होती है। वे उन्हें पीढ़ी-दर पीढ़ी, बिना किसी प्रतिदान के, हमें प्रदान करते हैं। परमेश्वर वास्तव में निस्वार्थ हैं, और उनका स्वभाव वास्तव में विनम्र और छिपा हुआ है!
स्रोत: यीशु मसीह का अनुसरण करते हुए
परमेश्वर के वचनों ने राज़ प्रकट कर दिया है। प्रभु यीशु के बारे में और जानने के लिए अभी पढें।
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